पूर्ण परियोजनाओं की प्रमुख विशेषताएं |
मध्य प्रदेश राज्य में शिवपुरी से गुना तक किमी 236.00 से किमी 332.100 (पैकेज-I) को चार लेन का बनाना एनएचडीपी चरण- IV (चरण- I) के तहत एफबीएफओटी पैटर्न पर बीओटी (टोल) पर निष्पादित किया जाना - 670 करोड़ रुपये। मौजूदा बीकानेर-फलोदी खंड को किमी से फोर-लेन तक चौड़ा और मजबूत करना। 4.200 से किमी. 55.250 और राजस्थान राज्य में बीओटी (टोल) आधार पर एनएच-15 के किमी 55.250 से किमी 163.500 तक पक्की कंधे के साथ टू-लेन- 681 करोड़ रुपये। 5 जिलों (गढ़वा, गुमला, रांची, लोगरदगा और सिमडेगा) में ग्रामीण सड़कों और पुलों का निर्माण / उन्नयन झारखंड - पीएमजीएसवाई परियोजनाएं- 607 करोड़ रुपये। 1737 मिलियन रूपए की लागत पर वर्ष 1991-1998 में हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों में दिल्ली और मथुरा के बीच (111 किमी) के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-2 को चार लेन का बनाने के लिए इसका सुदृढ़ीकरण व इसे चौड़ा किया जाना। |
1762 मिलियन रूपए की लागत पर वर्ष 1993-1999 के दौरान उत्तर प्रदेश राज्य में वाराणसी-शक्तिनगर सड़क परियोजना (184 किमी) में सुधार और सुदृढ़ीकरण कार्य। |
2024 मिलियन रूपए की लागत पर नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के बीच एक्सप्रेस-वे (पुलों सहित) का निर्माण। |
1890 मिलियन रूपए की लागत पर उत्तर प्रदेश राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग-2, संविदा सं. टीएनएचपी 3 (43 किमी) पर खागा-अलीगढ सड़क को चार लेन का बनाना। |
1685 मिलियन रूपए की लागत पर गुजरात राज्य में गोधरा-शामलाजी सड़क परियोजना (121 किमी), संविदा सं. जीएसएचपी-7. |
यूपीएसआरपी 01, 2870 मिलियन रूपए की लागत पर कटरा से बिहौर वाया जलालबाद-बीग्राम (173 किमी) का स्तरोन्नयन। |
3459 मिलियन रूपए (इरकॉन का भाग) की लागत पर बीओटी आधार पर (मैसर्स सोमा इंटरप्राइस के साथ संयुक्त उद्यम में) एनएच-3 पर पिंपलगांव - धुले खंड को चार लेने का बनाने के लिए इसमें सुधार, प्रचालन व अनुरक्षण कार्य। |
तमिलनाडु सड़क सेक्टर परियोजना - टीएनएसपी02- 1367 मिलियन रूपए की लागत पर नागापटि्टनम से कट्टुमवदी तक सड़कों का स्तरोन्नयन और नागापट्टिनम, तिटुथुरईपुंडी और मुट्टुपेट में नया बायपास (एसएमजी, इंडोनेशिया के साथ संयुक्त उद्यम में)। |
हरियाणा राज्य में एनएच-1 के पंछी गूजरन - पानीपत खंड के किमी 66.000 से किमी 86.000 को छह लेन का बनाना - पैकेज: एनएस - 89/हरियाणा, 1377 मिलियन रूपए। |
यूपीएसआरपी 04, 1298 मिलियन रूपए की लागत पर भोगनीपुर-घाटमपुर-चौधागरा सड़क (83 किमी) का स्तरोन्नयन। |
900 मिलियन रूपए की लागत पर वर्ष 1998-2000 के दौरान आंध्रप्रदेश राज्य में वारंगल - रायपट्नम सड़क को चौड़ा करना और इसका सुदृढीकरण। |
641 मिलियन रूपए की लागत पर वर्ष 1998-2000 के दौरान राजस्थान राज्य में एनएच-11 तथा एनएच-8 को जोड़ने वाले 14 किमी के जयपुर बायपास का निर्माण। |
543 मिलियन रूपए की लागत पर वर्ष 1998-2000 के दौरान आन्ध्र प्रदेश राज्य में कडप्पा–तडीपतरी सड़क (65 किमी) को चौड़ा करना व सुदृढ़ीकरण। |
532 मिलियन रूपए की लागत पर वर्ष 1999-2000 के दौरान गुजरात राज्य में वडोदरा – हलोल सड़क (18 किमी) को चौड़ा करना व सुदृढ़ीकरण। |
380 मिलियन रूपए की लागत पर ओएनजीसी मैंगलोर पेट्रोकैमिकल लिमिटेड, मैंगलोर, कर्नाटक पर ओवर डायमेंशनल कार्गो सड़क का निष्पादन कार्य। |
248 मिलियन रूपए की लागत पर वर्ष 1998-2000 के दौरान बंगलुरू में वरथूर से सरजापुर के बीच आउटर रिंग रोड का निर्माण। |
233 मिलियन रूपए की लागत पर वर्ष 2001-2002 के दौरान मैंगलोर में मगदी रोड के बीच आउटर रिंग रोड का निर्माण निर्माण। |
763 मिलियन रूपए के लागत पर वर्ष 1996 से 1999 के दौरान भुवनेश्वर रनवे परियोजाएं। |
98.10 मिलियन रूपए की लागत पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के लिए एनएससीबीआई हवाईअड्डा, कोलकाता पर गौण रनवे का विस्तार। |
पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के सिलिगुडी-इस्लामपुर (बायपास को छोड़कर) खंड के लेन बनाना: ई डब्ल्यू ।। (प.बं.7)। |
न्यू मैंगलोर पोट के लिए पर्याप्त पोट - सड़क संपर्कता का विकास। संविदा पैकेज : केआर (न्यू मैंगलोर)। |
उत्तर प्रदेश राज्य में 4 लेन समायोजना के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 25 के किमी 170.00 से किमी 220.00 तक पुनर्वासन और स्तरोन्नयन: पूर्व पश्चिम गलियारा पैकेज यूपी05. |
आरएसवीवाई (राष्ट्रीय सम-विकास योजना) के अंतर्गत दरभंगा, मधुबनी, वैशाली, मुजफ्फरपुर तथा समस्तीपुर के जिलों में राज्य राजमार्गों का विकास। |
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत बिहार राज्य में ग्रामीण सड़कों का निर्माण/प्रचालन आरंभ और अनुरक्षण। |
चालू परियोजनाओं की प्रमुख विशेषताएं |
भारतमाला परियोजना (चरण II-पैकेज XIV) के तहत हाइब्रिड वार्षिकी मोड पर महाराष्ट्र राज्य में किमी 3.000 से किमी 20.200 (शिरसाद से अकोली सेक्शन-वडोदरा मुंबई एक्सप्रेसवे के अकोली सेक्शन-स्पर) तक आठ लेन एक्सेस नियंत्रित एक्सप्रेसवे का निर्माण (चरण II-पैकेज XIV) - 1258.88 करोड़ रुपये। |
भारतमाला परियोजना (चरण-द्वितीय- पैकेज-XVII) के तहत हाइब्रिड वार्षिकी मोड पर महाराष्ट्र राज्य में किमी 69.800 से किमी 79.783 (भोज से मोरबे सेक्शन-वडोदरा मुंबई एक्सप्रेसवे के स्पर) तक आठ लेन एक्सेस नियंत्रित एक्सप्रेसवे का निर्माण - 1608.32 करोड़ रुपये। फोर / सिक्स लेन ग्रीनफील्ड लुधियाना- रूपनगर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या का निर्माण। NH-205K, मानेवाल (लुधियाना) के पास NE-5 गाँव के साथ जंक्शन से भियोरा गाँव (रूपनगर) के पास NH-205 के साथ जंक्शन तक, जिसमें पंजाब राज्य में भारतमाला परियोजना के तहत लुधियाना बाईपास के साथ खरड़ शामिल है, हाइब्रिड वार्षिकी मोड पर: पैकेज -3 (डिजाइन अध्याय 66.440 से डिजाइन अध्याय 90.500 और खार डिजाइन के लिए प्रेरणा अध्याय 0.000 से डिजाइन अध्याय 19.200, कुल लंबाई 43.26 किमी) - 1239.84 करोड़ रुपये। हरिद्वार बाईपास पैकेज-1 का उन्नयन एवं फोर लेन किमी. 0+000 (एनएच-58 के किमी 188+100) से किमी। हाइब्रिड वार्षिकी मोड पर उत्तराखंड राज्य में 15+100 (एनएच 74 का किमी 5+100)- 964.32 करोड़ रुपये । आठ लेन का वडोदरा किम एक्सप्रेसवे। एनएचडीपी चरण - VI (चरण IA-पैकेज II) के तहत गुजरात राज्य में किमी. 323.000 से किमी. 355.000 (वडोदरा मुंबई एक्सप्रेसवे का संपा से पादरा खंड) - 1378 करोड़ रुपये। हरियाणा राज्य में एनएच 352डब्ल्यू के गुड़गांव-पटौदी-रेवाड़ी खंड का फीडर रूट के रूप में उन्नयन हाइब्रिड वार्षिकी मोड पर- 900 करोड़ रुपये। |
ग्राहक |
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण |
यूपीपीडब्ल्यूडी, निर्मल भवन, लखनऊ-226001, उत्तर प्रदेश सरकार, |
पीडब्ल्यूडी (आर एंड बी) आंध्र प्रदेश सरकार। |
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण। |
कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण। |
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण। |
बैंगलोर विकास प्राधिकरण। |
गुजरात टोल रोड लिमिटेड। |
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण। |
ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार तथा बिहार सरकार। |
ग्रामीण कार्य विभाग, झारखंड राज्य सरकार। |
पीडब्ल्यूडी (आर एंड बी), चंडीगढ। |
तमिलनाडु राज्य औद्योगिक संवर्धन निगम। |
तमिलनाडु सड़क क्षेत्र परियोजना राजमार्ग विभाग, तमिलनाडु सरकार, |
गृह मंत्रालय, भारत सरकार। |
भारतीय पोत ट्रस्ट। |